मंगल मूरति राम दुलारे,
आन पड़ा अब तेरे द्वारे,
हे बजरंगबली हनुमान,
हे महावीर करो कल्याण,
बुद्धिहीन तनु जानिके,
सुमिरौं पवन कुमार।
बल. बुद्धि बिद्या देह मोहिं,
हरहु कलेस बिकार।।
बस नाम लेते रहो श्री राम का,
साथ मिलता रहेगा हनुमान का।
दुख दरिद्र निकट नहीं आवे
महावीर जब नाम सुनावे !!
जय श्री राम का नारा लगा के हम दुनियाँ में छा गये,
हमारे दुश्मन भी छुपकर बोले,
वो देखो जय श्री राम के भक्त आ गये।
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