🎵मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो🎵
🙏 गायक: ज्ञानेंद्र शर्मा
🎼 संगीत: बब्बू एंड पार्टी
विवरण:
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो ज्ञानेंद्र शर्मा द्वारा गाया गया एक अद्भुत भजन है, जो भगवान शिव की महिमा और शक्ति का प्रतिपादन करता है। इस भजन में शिव के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है, जैसे उनका सर्प माला पहनना, डमरू बजाना, मृगछाला पहनना और भस्म से श्रृंगारित होना। भक्ति भाव से यह भजन हमें भगवान शिव की असीम शक्ति और त्रिपुरारी के रूप में उनकी महिमा को समझाता है।
गीत के बोल:
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,
मेरे भोले बाबा के गले सर्प माला,
सर्पो को देख कर सपेरा मत समझो,
सपेरा मत समझो, सपेरा मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,
मेरे भोले बाबा के हाथो में डमरू,
डमरू को देखके मदारी मत समझो,
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,
मेरे भोले बाबा के तन पे मृगछाला,
मृगछाला को देखके शिकारी मत समझो,
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,
मेरे भोले बाबा के तन पे है भस्मी,
भस्मी को देखके मनमौजी मत समझो,
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,
मेरे भोले बाबा के साथ में है नंदी,
नंदी को देखके व्यापारी मत समझो,
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाडी मत समझो।।
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो,
वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो।।
कृष्णा हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता है। उन्हें विष्णु के आठवें अवतार के रूप में और अपने आप में सर्वोच्च भगवान के रूप में भी पूजा जाता है।
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