🎵जिस कांधे काँवर लाऊँ मैं आपके लिए🎵
🙏 गायक: सौरभ-मधुकर
🎼 गीत: जय शंकर चौधरी
विवरण:
इस भजन जिस काँधे कावड़ लाऊँ को गाया है सौरभ-मधुकर ने। यह भजन माता-पिता की सेवा और उनके आशीर्वाद के महत्व को व्यक्त करता है। इसमें कावड़ यात्रा की महिमा और भगवान भोलेनाथ के प्रति श्रद्धा को भी समर्पित किया गया है। भजन में बताया गया है कि जीवन में माता-पिता की सेवा से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। यह भजन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने माता-पिता की सेवा में अपना समय और बल लगाएं। सुनिए और इस दिव्य भक्ति का अनुभव कीजिए।
गीत के बोल:
जिस काँधे कावड़ लाऊँ,
मैं आपके लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए।।
जब काँधे पे मैं कावड़ उठाऊँ,
उससे मैं जितना पुण्य कमाऊँ,
उसको रखू मैं बचाके आशीर्वाद के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए।।
इन काँधों में ऐसी तू शक्ति भरदे,
आखरी समय में उनकी सेवा करदे,
काम मुश्किल ये नहीं है भोलेनाथ के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए।।
कावड़ हो या अर्थी भोले आए तेरे पास हो,
‘बनवारी’ तेरे ऊपर इतना तो विश्वास हो,
तेरा कावड़िया ना तरसे सर पे हाथ के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए।।
जिस काँधे कावड़ लाऊँ,
मैं आपके लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए,
वो काँधा काम आ जाए,
माँ और बाप के लिए।।
कृष्णा हिंदू धर्म में एक प्रमुख देवता है। उन्हें विष्णु के आठवें अवतार के रूप में और अपने आप में सर्वोच्च भगवान के रूप में भी पूजा जाता है।
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