प्रकाश केशव जावड़ेकर एक भारतीय राजनेता और पूर्व सांसद हैं। वे दो बार पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं — पहली बार मई 2014 से जुलाई 2016 तक और दूसरी बार मई 2019 से जुलाई 2021 तक।
जावड़ेकर को 2008 में महाराष्ट्र से राज्यसभा में सांसद के रूप में चुना गया था, और 2014 में मध्य प्रदेश से पुनः निर्वाचित हुए।
2014 के भारतीय आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया। इसके साथ ही वे संसदीय कार्य मंत्रालय में भी राज्य मंत्री रहे, और कुछ समय के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला।
जावड़ेकर भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता भी हैं।
1967 में उन्होंने न्यू इंग्लिश स्कूल, रामणबाग से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण की। जावड़ेकर ने पुणे विश्वविद्यालय से बी.कॉम. (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की है। उनका एक भाई भी है, जिसका नाम सुहास जावड़ेकर है।
कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय रहे प्रकाश जावड़ेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य रहे हैं, जो एक छात्र संगठन है। 1975 से 1977 के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ छात्र आंदोलनों में भाग लिया।
1984 से 1990 तक वे भारतीय जनता युवा मोर्चा में राष्ट्रीय सचिव और फिर महासचिव के रूप में कार्यरत रहे। 1989 में उन्हें महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी का राज्य सचिव और चुनाव प्रमुख नियुक्त किया गया, और वे 1995 तक इस पद पर रहे। 1990 से 2002 तक वे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे। इस दौरान वे राज्य योजना मंडल के कार्यकारी अध्यक्ष और महाराष्ट्र सरकार के आईटी पर कार्यबल के अध्यक्ष भी रहे।
2008 में जावड़ेकर महाराष्ट्र से राज्यसभा के सांसद के रूप में चुने गए। 2014 में वे मध्य प्रदेश से पुनः राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।
2014 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया। साथ ही, उन्हें संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री का पद भी सौंपा गया। 2015 में उन्होंने भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP21) में किया।
मई 2014 से नवंबर 2014 के बीच वे सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री भी रहे। मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने उल्लेखनीय रूप से कहा था, “मीडिया की आत्म-नियमन की व्यवस्था पर्याप्त है। लोकतंत्र के संचालन में संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, और प्राथमिकताएं सभी पक्षों से विचार-विमर्श के बाद तय की जाएंगी।”
5 जुलाई 2016 को वे भारत के मानव संसाधन विकास मंत्री नियुक्त हुए और 30 मई 2019 तक इस पद पर रहे। इसके बाद रमेश पोखरियाल ने उनका स्थान लिया। वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं। राष्ट्रीय प्रवक्ता बनने से पहले वे महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता रह चुके हैं। इसके अलावा वे पार्टी के आर्थिक मंच और अर्थव्यवस्था से जुड़े प्रकोष्ठों के प्रभारी भी रहे हैं।
31 मई 2012 को कोयला खनन में अनियमितताओं को लेकर की गई शिकायतों के आधार पर, केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने सीबीआई जांच के आदेश दिए। इस पर जावड़ेकर ने कहा, “हमने सीवीसी को औपचारिक शिकायत दी क्योंकि कई गंभीर खामियाँ थीं जिनकी जांच जरूरी थी। अगर जांच के आदेश दिए गए हैं, तो यह अच्छी बात है।”
जावड़ेकर के मंत्रालय द्वारा संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (JoSAA) के माध्यम से राष्ट्रीय संस्थानों में साझा प्रवेश प्रक्रिया संचालित की जाती है। 2016 में इस प्रणाली से जुड़े 92 संस्थानों में 3000 से अधिक सीटें खाली रह गई थीं, जिससे खाली सीटों को भरने के लिए अतिरिक्त राउंड की मांग उठी। हालांकि मंत्रालय ने अब तक “स्पॉट राउंड” आयोजित करने से इनकार किया है।
मई 2019 में वे पुनः केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने और उन्हें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया।
जुलाई 2021 में प्रकाश जावड़ेकर को भारत सरकार के सभी कैबिनेट पदों से हटा दिया गया। बाद में, 7 जुलाई 2023 को उन्हें भारतीय जनता पार्टी का तेलंगाना चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया।
प्रकाश जावड़ेकर का विवाह प्राची जावड़ेकर से हुआ है और उनके दो पुत्र हैं। उनकी पत्नी प्राची जावड़ेकर एक शिक्षाविद्, शोधकर्ता और सलाहकार हैं, और पुणे स्थित इंदिरा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की पूर्व निदेशक रही हैं। उनके दो पुत्रों में से एक दंत चिकित्सक और कलाकार हैं, जबकि दूसरे पुत्र भारतीय स्कूल ऑफ बिज़नेस (ISB) में वित्त के सहायक प्रोफेसर हैं।
मराठी में प्रकाशित:
उन्होंने समकालीन विषयों पर विभिन्न समाचार पत्रों में 300 से अधिक लेख प्रस्तुत किए हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बेरोज़गारी, महंगाई, IMF ऋण और अन्य राजनीतिक मुद्दों पर कई पुस्तिकाएँ भी लिखी हैं।
प्रश्न: प्रकाश जावड़ेकर कौन हैं?
उत्तर: प्रकाश जावड़ेकर एक भारतीय राजनेता हैं जो भारतीय जनता पार्टी से संबद्ध हैं। वे भारत सरकार में कई केंद्रीय मंत्री पदों पर कार्य कर चुके हैं, जिनमें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय शामिल हैं।
प्रश्न: प्रकाश जावड़ेकर की शैक्षणिक योग्यता क्या है?
उत्तर: उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से वाणिज्य (B.Com. Honours) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।
प्रश्न: प्रकाश जावड़ेकर ने कौन-कौन से पुस्तकें लिखी हैं?
उत्तर: उन्होंने मराठी में कई पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें "बेकारीचा ज्वालामुखी", "नाणेनिधीचे कर्ज", "शेतकऱ्यांची कर्जमुक्ती" और "महागाईचा भस्मासुर" प्रमुख हैं।
प्रश्न: प्रकाश जावड़ेकर ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कैसे की?
उत्तर: उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया और 1975-77 के आपातकाल के दौरान छात्र आंदोलनों में भाग लिया।
प्रश्न: क्या प्रकाश जावड़ेकर के परिवार में कोई और भी प्रोफेशनल है?
उत्तर: हां, उनकी पत्नी प्राची जावड़ेकर एक शिक्षाविद् और पूर्व निदेशक हैं। उनके एक पुत्र दंत चिकित्सक और कलाकार हैं, जबकि दूसरे पुत्र ISB (इंडियन स्कूल ऑफ बिज़नेस) में वित्त के सहायक प्रोफेसर हैं।
Copyright 2024-25 Bhakti Darshan . All rights reserved - Design & Developed by BD