मिशेल लावॉन रॉबिन्सन ओबामा एक अमेरिकी वकील और लेखिका हैं, जिन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से शादी करके 2009 से 2017 तक संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रथम महिला के रूप में कार्य किया ।
शिकागो के दक्षिणी हिस्से में पले-बढ़े ओबामा प्रिंसटन यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड लॉ स्कूल से स्नातक हैं । अपने शुरुआती कानूनी करियर में, उन्होंने लॉ फर्म सिडली ऑस्टिन में काम किया जहां उनकी मुलाकात अपने भावी पति से हुई। बाद में उन्होंने गैर-लाभकारी संस्थाओं में और शिकागो विश्वविद्यालय में छात्र सेवाओं के एसोसिएट डीन के रूप में काम किया । बाद में उन्होंने शिकागो मेडिकल सेंटर विश्वविद्यालय के सामुदायिक और बाहरी मामलों के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया । मिशेल ने 1992 में बराक से शादी की और उनकी दो बेटियां हैं।
ओबामा ने पूरे 2007 और 2008 में अपने पति की राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए प्रचार किया और 2008 के डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में मुख्य भाषण दिया । इसके बाद उन्होंने 2012 , 2016 और 2020 के सम्मेलनों में प्रशंसित भाषण दिए। प्रथम महिला के रूप में, ओबामा ने महिलाओं के लिए एक आदर्श के रूप में काम किया और गरीबी जागरूकता, शिक्षा, पोषण, शारीरिक गतिविधि और स्वस्थ भोजन के लिए एक वकील के रूप में काम किया। वह अमेरिकी डिजाइनरों का समर्थन करती थीं और उन्हें फैशन आइकन माना जाता था। ओबामा प्रथम महिला के रूप में सेवा देने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी महिला थीं।
उनके पति के राष्ट्रपति बनने के बाद , ओबामा का प्रभाव उच्च बना हुआ है। 2020 में, वह लगातार तीसरे वर्ष अमेरिका की सबसे प्रशंसित महिला के गैलप सर्वेक्षण में शीर्ष पर रहीं।
मिशेल की परवरिश दक्षिणी शिकागो में हुई है। उनके पिता वॉटर पंट में एक कर्मचारी थे और उनकी मां एक स्कूल में सचिव थीं। उन्होंने प्रिंसटन विश्वविद्यालय और हार्वर्ड लॉ स्कूल से ग्रेजुएशन किया है।
पहली डेट पर बराक और मिशेल स्पाइक ली की फिल्म डू द राइट थिंग देखने गए थे। इसके बाद उन्होंने अक्टूबर 1992 में शादी कर ली। मिशेल और उसके पति बराक ओबामा को इन विट्रो फर्टिलाइजेशन से दो बेटियों- मालिया एन (जन्म 1998) और नताशा (जिसे साशा के रूप में जाना जाता है, 2001 में पैदा हुआ) हैं।
मिशेल अपने अध्ययन काल में छात्र-राजनीति में काफी सक्रिय थीं। खासतौर पर नस्लभेद को लेकर उनके विचार काफी क्रांतिकारी हैं। वह अपने दिल में कोई बात छिपा कर नहीं रखती। जो सच्चाई होती है, वह सबके सामने बता देती हैं। उनकी बातों में मजाक और व्यंग्य की तल्खी भी महसूस की जा सकती है। कुछ लोग उन्हें 'एंग्री यंग 'लेडी' तक कहते हैं। जब बराक को पहली बार इलिनॉइस से सीनेटर चुना गया, तो उनका कहना था, 'मुझे पता है कि बराक एक न एक दिन कुछ ऐसा जरूर करेंगे, जिससे सारे देश की निगाहें उन पर टिक जाएंगी।'
जहां पहले महिलाएं बैक फुट पर रहकर या परदे के पीछे से अपने जीवन-साथी की मदद करती थीं मिशेल ने फ्रंट फुट पर आकर यह काम बड़ी खूबसूरती से किया। मजेदार बात यह है कि बराक के चुनाव अभियान में जोशीले अंदाज में भाग लेने के लिए उन्होंने एक मीठी सी शर्त रखी थी कि अगर बराक सिगरेट पीना छोड़ देगे तो वह न सिर्फ उनके चुनाव अभियान में ही भाग लेगी, बल्कि उन्हें राष्ट्रपति बनवाकर ही दम लेंगी। वैसे, मिशेल ओबामा को उनके अजीज तरह-तरह के नामों से जानते हैं। ग्लैमर वाइफ, मम इन चीफ, नेक्सट जैकी कैनडी जैसे नाम मिशेल के शुभचिंतकों ने ही उन्हें दिए हैं। वह न केवल अपने पति के सुख-दुख में उनका साथ पूरी तरह निभाती हैं, बल्कि कार्यरत होने के बावजूद बच्चों की जरूरतों का पूरा ख्याल रखती हैं। पेशे से वह वकील हैं, लिहाजा उनके पास तर्को की कोई कमी नहीं है। वह पूरी तरह से हाजिर जवाब हैं। उनकी इसी खासियत ने उन्हें प्रभावशाली तरीके से अपनी पति का चुनाव प्रचार संभालने में मदद की। मिशेल की मेहनत तब रंग लाई, जब 4 नवम्बर को ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में वाइट हाउस पर दस्तक दी।
बराक, मिशेल की तारीफ करते नहीं थकते। वह कहते हैं,"मिशेल मेरे परिवार की वह कड़ी हैं, जिससे सभी परिवार के सदस्य भावनात्मक रूप से जुड़े हैं। वह मेरी जिंदगी का प्यार है।" मिशेल फायर ब्रैंड लेडी होने के साथ-साथ स्टाइल आइकॉन भी है। उन्होंने ओबामा के राष्ट्रपति बनने के दिन मशहूर वस्त्र विन्यासक नारकिसो रोड्रिग्स द्वारा विन्यासित पोशाक पहनी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में ओबामा के रणनीतिकार डेविड एक्सरॉड कहते हैं, 'मिशेल मिलनसार और ईमानदार हैं। जो उनके दिमाक़ में होता हैं, वही ज़बान पर होता है। उनको इस बात की कोई परवाह नहीं होती कि उनकी बातों का दूसरा व्यक्ति राजनैतिक रूप से क्या मतलब निकोलगा। अपने बोलने के आक्रामक अंदाज के कारण वह कई बार मुश्किल में फंस चुकी हैं। हाल ही में ओबामा की चुनावी सभा में उनके मुंह से निकल गया था, "आज जिंदगी में पहली बार मुझे अपने देश पर गर्व हो रहा है।" इस पर आलोचकों ने तुरंत उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाने शुरु कर दिये। लेकिन उनका परिवार, दोस्त, रिश्तेदार या परिचित, जो भी उन्हें करीब से जानता है, उनका कहना है, "मिशेल ने अपनी पहचान अपने दम पर बनाई है और वो काफी बहादुर हैं।"
पिछले साल 'ग्लैमर' पत्रिका की लेखिका और फिल्म निर्माता स्पाइक ली की पत्नी टॉन्या लुईस ली ने कहा था, 'मिशेल को 1 बार देखने, के बाद मैं काफी डर गई थी। पर जब उनसे मुलाकात हुई तो उन्होंने न केवल गर्मजोशी से हाथ मिलाया, बल्कि मिलियन डॉलर की मुस्कराहट भी मेरी ओर फेंक दी, इतना हीं नहीं, उन्होंने मुझे गले से लगाया मुझे लगा कि मैं उन्हें बरसों से जानती हूं। एक दूसरे साक्षात्कार में मिशेल ने कहा था, "जीवन में हर समय फूलों की सेज नहीं मिलती। कभी-कभी कांटों के बिस्तर पर भी सोना पड़ता है। ईश्वर की कृपा से, अब तक जिंदगी में वह मुश्किल दौर नहीं आया है। रोज सुबह उठकर मैं सिर्फ यही सोचती थी कि किस तरह यह चमत्कार ; ओबामा का राष्ट्रपति बनना मुमकिन होगा।"
राष्ट्रपति पद के लिए ओबामा की उम्मीदवारी का फैसला होते ही मिशेल ने खुद को पूरी तरह चुनाव प्रचार अभियान में झोंक दिया। अब महत्वपूर्ण युद्घ तो ओबामा जीत ही चुके हैं। अब उन्हें राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाना होगा, लेकिन मिशेल साथ हों, तो क्या चिंता। 20 जनवरी 2009 को मिशेल अमेरिका की प्रथम महिला बनेंगी। इसमें कोई शक नहीं कि अमेरिका के ऐतिहासिक चुनाव प्रचार की तरह मिशेल प्रशासन में ओबामा की योग्य सलाहकार बनेंगी, भले ही अनौपचारिक रूप से ही सही! !
मैडम तुसाद संग्रहालय की वॉशिंगटन शाखा में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा का मोम का पुतला शोभा बढ़ाएगा। उल्लेखनीय है कि मैडम तुसाद संग्रहालय में मशहूर हस्तियों के मोम के पुतले बनाकर रखे जाते हैं।
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